उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के एटा जिले में बारिश की वजह से एक मकान की छत गिर गई। इसके मलबे में दबकर एक ही परिवार की वृद्ध महिला और तीन मासूम बच्चियों की मौत हो गई। वहीं दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें मलबे से निकालने के बाद तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जब मलबा हटाया गया तो 11 वर्षीय बच्ची अपनी दादी से लिपटी हुई मिली। सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई।
थाना जैथरा के गांव कूपपुरा निवासी रामगोपाल किसान हैं। घटना गुरुवार रात 8.30 बजे की है। रामगोपाल और उसकी पत्नी आंगन में सो रहे थे, जबिक उनकी बुजुर्ग मां होशियारश्री (64), तीन बेटियां सपना (16), जूली (13) और अंशिका (11) के साथ दोनों बेटे शिवा और आनंद कमरे में सो रहे थे। रात के अचानक की कमरे की छत भरभराकर गिर गई। छत गिरते ही तेज धमाका हुआ, जिसे सुनकर ग्रामीण रामगोपाल के घर की तरफ दौड़ लिए। वहां का दृश्य देख लोग कांप गए। आनन-फानन में मलबे को हटाना शुरू कर दिया गया। मलबे में रामगोपाल की मां के साथ उसकी तीन बेटियां और दोनों बेटे दब गए थे। लोगों की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तत्काल ही ग्रामीणों की सहायता से मलबा को हटाना शुरू कर दिया।
मलबे में पहले एक ही चारपाई पर दादी और अंशिका की लाश मिली। दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो दादी ने उसे बचाने के लिए आंचल में समेट लिया हो। वहीं सपना और जूली के साथ दोनों बेटे गंभीर रूप से घायल मिले। घायलों को उपचार के लिए तत्काल ही अस्पताल भेजा गया। यहां इलाज के लिए ले जाते समय सपना और जूली ने दम तोड़ दिया। वहीं शिवा और आनंद अस्पताल में भर्ती हैं। रात में ही मौके पर डीएम प्रेम रंजन सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह सहित आला अधिकारी पहुंच गए थे।