देहरादून में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिले में कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं, पुल बह गए हैं और नदी-नाले उफान पर हैं। बारिश से हालात इतने बिगड़ गए कि पौंधा क्षेत्र में स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव हो गया। देखते ही देखते पानी पूरे कैंपस में फैल गया और हॉस्टल व क्लासरूम में मौजूद करीब 200 छात्र-छात्राएं फंस गए। जैसे ही इसकी सूचना प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को मिली, तुरंत एसडीआरएफ (SDRF) की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मौके का जायजा लेने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जलभराव की स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन एसडीआरएफ के जवानों ने पूरी सूझबूझ और तत्परता दिखाते हुए सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला। राहत की बात यह रही कि इस दौरान किसी भी छात्र-छात्रा को कोई गंभीर चोट या नुकसान नहीं हुआ। सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। इंस्टिट्यूट प्रशासन के मुताबिक, पानी के तेज बहाव के कारण हॉस्टल और कैंपस में घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा। छात्र-छात्राएं काफी डरे हुए थे, लेकिन समय रहते बचाव दल पहुंच गया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। स्थानीय लोगों ने भी इस दौरान प्रशासन की मदद की।
उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 16 सितंबर को देहरादून, चमोली, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश हो सकती है। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। खासकर नदियों और बरसाती नालों के किनारे बसे लोगों को सावधान रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
देहरादून सहित प्रभावित जिलों में जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर हैं। टीमों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।