स्वरूप पुरी/सुनील पाल
गर्मियों के दौरान वन क्षेत्रों में आपने आग लगने की घटनाएं सुनी होंगी। मगर पर्यटन जोन में चलती जिप्सी में आग लगने की घटना आज पहली बार घटित हुई। मामला कालाढुंगी थाना क्षेत्र के बैलपड़ाव-पवलगड़ मार्ग का है। आज सुबह पर्यटकों का एक दल जब सीताबनी के जंगलों से जंगल सफारी कर लौट रहा था उसी दौरान सफारी जिप्सी में धुंआ उठने लगा। सफारी वाहन में धुंआ देख उसमें सवार सभी पर्यटक तत्काल उससे उतर गए। देखते देखते यह सफारी वाहन कुछ मिनटों में ही पूरी तरह जल कर खाक हो गया। वन्ही पर्यटकों को दूसरे वाहन से भेज इस घटना की जांच शुरू कर दी गयी है।
राज्य में मौजूद सभी सफारी जोन में चल रही जिप्सियों की हो जांच
राज्य में वन्यजीव सफारी आज एक बड़ा पर्यटन उद्योग बन कर सामने आया है। जिम कॉर्बेट, राजाजी टाइगर रिजर्व के साथ कई अन्य पर्यटन जोन है जंहा जंगल सफारी को लेकर सैलानियों की भीड़ रहती है। इनसे करोड़ो रूपये राजस्व के रूप में वन महकमे को मिलते है। मगर आज की घटना ने कई सवाल खड़े किए है। क्या इन पर्यटन जोन में चलने वाले वाहन पूरी तरह फिट है। या फिर उन्हें कागजो में फिट दिखा जंगलों में दौड़ाया जा रहा है। सवाल गम्भीर है। राज्य वन महकमे को सभी वन छेत्रो में मौजूद पर्यटन जोन में चलने वाले सफारी वाहनों की जांच कर उनकी फिटनेस जांचनी होगी। तभी पर्यटकों की सुरक्षा के साथ सफल पर्यटन की मुहिम पूरी हो सकेगी।