देहरादून : हजारों श्रद्धालु अपने पूज्य गुरु को नमन करने एवं आध्यात्मिक शांति की तलाश में हेमकुंट साहिब की यात्रा पर आ रहे हैं। पूरे यात्रा मार्ग को सुगम और व्यवस्थित बनाया गया है। गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधन ट्रस्ट राज्य और जिला प्रशासन के साथ मिलकर यात्रियों के लिए सुविधाओं का प्रबंधन करता है। हरिद्वार, ऋषिकेश, जोशीमठ सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर धर्मशालाओं की भी व्यवस्था है, जहाँ श्रद्धालु निःशुल्क भोजन और आवास की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
श्री हेमकुंट साहिब के दर्शनों के लिए सम्पूर्ण यात्रा मार्ग पर निःशुल्क भोजन, जिसे गुरु का लंगर कहा जाता है। ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र जीत सिंह बिंद्रा के अनुसार यह शायद दुनिया का एकमात्र ऐसा संगठन है जो पूरी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को मुफ्त भोजन और ठहरने की व्यवस्था प्रदान करता है। श्री हेमकुंट साहिब यात्रा के अलावा, इन धर्मशालाओं का लाभ अन्य धामों के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को भी मिलता है, जो फूलों की घाटी जैसी जगहों पर जाना चाहते हैं।
रुद्रप्रयाग के रतुरा में एक नई धर्मशाला का निर्माण हो रहा है, जो चारधाम और श्री हेमकुंट साहिब के यात्रियों के लिए विशेष रूप से सहायक सिद्ध होगी। इस वर्ष श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा करने वालों की संख्या लगभग दो लाख तक पहुंच चुकी है। इस वर्ष अद्भुत स्थल की यात्रा 10 अक्टूबर तक ही जारी रहेगी।