उत्तराखंड के नैनीताल जिले के नगरीगांव क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ एक शराब की लत में डूबा बेटा अपने ही पिता की पैसों के लिए बेरहमी से हत्या कर बैठा। इस घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है और लोगों में गहरा आक्रोश और स्तब्धता फैला दी है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, 65 वर्षीय राजकुमार, पुत्र राम सिंह, अपने परिवार के साथ कैलाश व्यू इलाके में रहते थे। शनिवार, 6 सितंबर को उनके बेटे सचिन ने उनसे पैसों की मांग की। जब राजकुमार ने साफ मना कर दिया, तो सचिन का गुस्सा फूट पड़ा। आरोप है कि उसने पास पड़े डंडे से पिता पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे राजकुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
शराब और नशे की लत ने बढ़ाई घटना की गंभीरता
पड़ोसियों के अनुसार, सचिन लंबे समय से शराब और नशे का आदी था। अक्सर पैसों के लिए पिता से बहस हुआ करती थी। इस घटना से पहले भी परिवार कई बार सचिन की लत और हिंसक प्रवृत्ति से परेशान रहा है। मोहल्ले के लोग कहते हैं कि राजकुमार शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और हमेशा परिवार और पड़ोसियों के लिए सहायक बने रहते थे।
पुलिस की कार्रवाई
पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। भवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देख सचिन भागने लगा, लेकिन थोड़ी ही देर में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फॉरेंसिक टीम ने मौके से हत्या में प्रयुक्त लाठी-डंडे समेत सभी साक्ष्य इकट्ठा किए। इस पूरे मामले की निगरानी एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्रा और भवाली थाना क्षेत्राधिकारी दीपशिखा अग्रवाल ने की।
समाज में छाया शोक और स्तब्धता
यह निर्मम हत्या पूरे नगरीगांव में चर्चा का विषय बन गई है। लोग यह सोचकर भी सकते में हैं कि कैसे एक बेटा अपने ही पिता की जान ले सकता है। मोहल्ले में मातम छा गया है और राजकुमार के अंतिम संस्कार में पूरे समुदाय ने शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कानूनी पहल
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि हत्या पैसों के लिए पिता द्वारा मना करने के कारण हुई। पुलिस ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक साक्ष्यों को संभालकर अदालत में पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है। यह घटना सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि शराब और नशे के दुष्प्रभाव का दुखद उदाहरण है। राजकुमार जैसे शांत और सहानुभूतिपूर्ण पिता की हत्या ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। लोगों की मांग है कि ऐसे मामलों में नशा और घरेलू हिंसा के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएँ, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।