हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश ने उत्तराखंड की तरह ही तबाही मचा दी है। बीते सोमवार रात मंडी जिले के सुंदरनगर उपमंडल के निहरी तहसील के ब्रगटा गांव में भूस्खलन की घटना हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अनुसार, हादसे के समय घर पर कुल पांच लोग मौजूद थे। मृतकों में तांगू देवी (33), कमला देवी (33) और आठ महीने का बच्चा भीष्म सिंह शामिल हैं। जबकि खूब राम (65) और दर्शन देवी (58) को सुरक्षित बचा लिया गया। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
भूस्खलन और राहत कार्य
भूस्खलन के कारण पूरा घर क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन इलाके में लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी से मलबा गिरने का खतरा राहत और बचाव कार्यों को प्रभावित कर रहा है। कई मार्ग बंद होने के कारण राहत कार्यों में और भी दिक्कतें आ रही हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक रूप से प्रभावित इलाकों में जाने से बचें।
स्थानीय लोगों की आपसी मदद
ब्रगटा गांव के लोग बताते हैं कि भूस्खलन के बाद गांव में डर और सन्नाटा छा गया। उन्होंने तुरंत पड़ोसियों के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू किया। वृद्ध और बच्चों को सुरक्षित निकालने में ग्रामीणों की हिम्मत और तत्परता की कहानी दिल को छू लेने वाली है।
प्रशासन की तैयारी
स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और आसपास के गांवों में सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। रेस्क्यू टीमों और SDRF की सहायता से प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत कार्य जारी है। भारी बारिश और भूस्खलन की यह घटना यह याद दिलाती है कि मानसून के मौसम में पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा का खास ख्याल रखना कितना जरूरी है।