स्वरूप पुरी/सुनील पाल
हरिद्वार – गढ़वाल व कुमाऊँ छेत्र में पिछले कई दिनों से सुलग रहे जंगल राज्य के लिए बड़ी समस्या बन गए है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी वनाग्नि की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। बढ़ते तापमान व पहाड़ी छेत्रो में बारिश न होने से आने वाले दिन ओर भी संकट भरे है। वन्ही कई छेत्रो में शरारती तत्वों ने भी आफत मचा रखी है। सरकार द्वारा ऐसे शरारती लोगो के खिलाफ कठोर कार्यवाही भी की जा रही है।
पौड़ी व नरेंद्र नगर की वनाग्नि बनी आफत, हरिद्वार से भेजी गई बैकअप टीम, आल वुमन टीम का भी किया गठन
गढ़वाल मंडल के कुछ जिलों में पिछले कुछ दिनों से जंगल लगातार सुलग रहे है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी अब तक वनाग्नि काबू में नही हो सकी है। संकट बढ़ता देख राज्य वन महकमे ने आज हरिद्वार से नरेंद्र नगर डिवीजन व पौड़ी वन प्रभाग के लिए अपनी टीम रवाना की । 40 सदस्यीय इस दल का नेतृत्व एसडीओ शिप्रा वर्मा करेंगी। योजना के अनुसार बीस लोगो की टीम नरेंद्र नगर व अन्य बीस वनकर्मी पौड़ी वन प्रभाग पँहुच वँहा मौजूद टीमो का सहयोग करंगे। इस बैकअप टीम मे महिला शक्ति के रूप आल वुमन टीम का भी गठन किया गया है, इस टीम मे 7 महिला वन कर्मी शामिल है जो पुरुष वन कर्मियों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर वनाग्नि को रोकने मे सहयोग करेंगी। टीम की रवानगी के दौरान एसडीओ हरिद्वार संदीपा शर्मा, एसडीओ रूड़की साधु राम, रेंज अधिकारी हरिद्वार शैलेन्द्र नेगी आदि वनकर्मी मौजूद रहे।
“पहाड़ी क्षेत्र मे आग पर काबू पाना किसी चुनौती से कम नहीं है, इस मिशन मे हमारी महिला वन कर्मी भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है, हमारे द्वारा 7 सदस्य महिला वनकर्मियों की एक आल वुमन टीम का गठन किया गया है जो इस मिशन मे वनाग्नि पर काबू करेंगी, जो की हमारे लिए गर्व की बात है।”
शिप्रा वर्मा, एसडीओ वनप्रभाग हरिद्वार।
“हरिद्वार वन प्रभाग मे अभी तक कोई भी वनाग्नि की घटना सामने नहीं आई है, यह हमारे ही प्रयासों का नतीजा है, अगर किसी भी तरह की कोई भी वनाग्नि की घटना सामने आती है तो उसके लिए हम पूरी तरह तैयार है।”
वैभव कुमार, डीएफओ हरिद्वार।