गया शहर के नवागढ़ी मोहल्ले के रहनेवाले राजू कुमार की मौत शुक्रवार को झारखंड में एक सड़क हादसे के कारण बताई जा रही थी। उसका शव शनिवार की शाम घर पहुंचा। शव अभी वाहन से नीचे उतारा भी नहीं गया था कि मृतक के परिजन और मोहल्ले के लोगों से सड़क जाम कर दी। मृतक के परिजनों का कहना है कि राजू की मौत हादसे में नहीं हुई, बल्कि एक साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी गई है और उसे दुर्घटना का रूप दे दिया गया है। सड़क जाम की सूचना पर नवागढ़ी मोहल्ले में पहुंचे एएसपी पारसनाथ साहू ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। उन्होंने मृतक के परिजनों को भरोसा दिलाया है कि उनके साथ न्याय होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में झारखंड के वरिष्ठ अधिकारियों तक शिकायत पहुंचा दी जाएगी। मृतक के परिजनों का कहना था कि झारखंड पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है।
एएसपी ने न्याय दिलाने का भरोसा दिया
एसएसपी ने सड़क जाम कर रहे लोगों एवं मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया कि घटनास्थल से संबंधित थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद ही पोस्टमार्टम कराया गया होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अपने एसएसपी को अवगत करा देंगे और जो आपका आवेदन है उसे संबंधित थाने में भेज दिया जाएगा। मृतक राजू के पिता-माता का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने मीडिया को बताया कि मोहल्ले में पास के ही रहने वाले राहुल से कुछ पैसे के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी। राहुल ने 19 जनवरी को पैसे को लेकर हुई कहासुनी के दौरान राजू के साथ गलत कर देने की बात कही थी। इसके बाद राजू अन्य तीन लोगों के साथ एक शादी समारोह में गया और शुक्रवार को यह घटना हो गई। परिजनों का आरोप है कि राजू की मौत एक्सीडेंट में नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या कर इसे हादसे का रूप दिया गया है।
झारखंड में दुर्घटना, चार अन्य घायल
झारखंड के चौपारण में जीटी रोड पर शुक्रवार को सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक की पहचान गया के रहने वाले राजू कुमार कुमार के रूप में की गई थी। इस दुर्घटना में चार लोग घायल हो गये थे। घटना कमलवार के पास हुई थी। बताया गया है कि बरही से गया की ओर जा रही एक वाहन (स्कार्पियो) दुर्घटनाग्रस्त हो गई, घटना में राजू कुमार (49) की मौत हो गयी, जबकि वाहन में सवार समीर कुमार, अभिषेक कुमार, अवनीश कुमार (गया) एवं हरजीवन राम (सिमडेगा) घायल हो गए थे। घायलों को स्थानीय लोगों के सहयोग से सामुदायिक अस्पताल चौपारण में भर्ती कराया गया था, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हजारीबाग रेफर कर दिया गया था। घायलों ने स्थानीय मीडिया और पुलिस को बताया था कि उनकी गाड़ी डिवाइडर से टकराती हुई पलट गई थी।