उत्तरकाशी में शनिवार को जिला पंचायत सभागार में नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चौहान की अध्यक्षता में जिला पंचायत की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में चल रही विकास योजनाओं और कार्यों की जानकारी साझा की गई और आगामी कार्यों पर चर्चा की गई। बैठक में जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य भी उपस्थित रहे।
डीएम ने दिए सदस्यों को मार्गदर्शन
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बैठक के दौरान कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि जब संवैधानिक व्यवस्था से जुड़ते हैं, तो पक्ष और विपक्ष की रेखा समाप्त हो जाती है और जनहित सर्वोपरि हो जाता है। उन्होंने सभी सदस्यों से अपेक्षा जताई कि वे अपने क्षेत्र के साथ-साथ जिले के समग्र विकास में सक्रिय योगदान दें और समानता के भाव से जनता की समस्याओं के समाधान में जुटें।
विभिन्न समितियों का गठन
डीएम ने बैठक में जिला पंचायत की विभिन्न समितियों के गठन के निर्देश दिए। उनका कहना था कि समितियों के गठन से विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में गति आएगी और कार्य अधिक प्रभावी ढंग से आगे बढ़ सकेंगे।
अध्यक्ष रमेश चौहान का संदेश
जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चौहान ने नव निर्वाचित सदस्यों का आभार जताते हुए कहा – “उत्तरकाशी भौगोलिक और आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जिला है। ऐसे में अधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर कार्य करें तो ही जनहित के वास्तविक परिणाम दिखाई देंगे। हमें प्राथमिकता के आधार पर जनता की समस्याओं का समाधान करना होगा।” स्थानीय प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने इस बैठक को जनहित और समग्र विकास के लिए सकारात्मक कदम बताया। एक सदस्य ने कहा –
“पहली बैठक में विकास योजनाओं और समितियों के गठन पर चर्चा हुई। इससे अब हर क्षेत्र के लिए योजनाओं का क्रियान्वयन सुचारू रूप से होगा और जनता को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।” एक स्थानीय नागरिक ने भी प्रतिक्रिया दी – “जिला पंचायत अध्यक्ष और अधिकारी जनता के साथ मिलकर काम करेंगे, तो छोटे ग्रामीण इलाकों में भी विकास की गति बढ़ेगी। यह पहल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”