हरियाणा के रोहतक में नहर में नहीं होगा गणेश प्रतिमा का विसर्जन, गोकर्ण डेरे के तालाब की प्रशासन ने दी अनुमति

हरियाणा : हरियाणा के रोहतक में गणेश महोत्सव पर मूर्ति विसर्जन के लिए प्रशासन ने जगह निर्धारित कर दी है। जल प्रदूषण व हादसों के डर से नहरों में मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं दी है। गोकर्ण डेरा के तालाब में ही मूर्ति विसर्जन कर सकते हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ जल प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। उपायुक्त अजय कुमार के निर्देशों के तहत गणेश महोत्सव के दिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों की भी जिम्मेदारी निर्धारित कर दी गई है। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से उचित संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा। उपमंडल अधिकारी रोहतक कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस अधीक्षक का सहयोग करेंगे।

संयुक्त आयुक्त नगर निगम के सहयोग से अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएगी। सफाई, अग्नि सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर संयुक्त आयुक्त नगर निगम पर्याप्त संख्या में कर्मचारी नियुक्त करेंगे। सिविल सर्जन चिकित्सा व एम्बुलेंस सेवा व जिला राजस्व अधिकारी नौकायन सुविधा तैराक समेत मुहैया कराएंगे।

अधीक्षक अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मूर्ति विसर्जन के लिए तालाब में पानी की उपलब्धता, सीवर की सफाई, विसर्जन में भाग लेने वाली मंडलियों व आमजन के लिए पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। सुरक्षा के लिहाज से तालाब पर चारों ओर बैरिकेडिंग की जाएगी। विसर्जन के समय डीजे ऊंची आवाज में नहीं बजाए जाएंगे।

गणपति बप्पा के जयकारों के साथ किया गणेश प्रतिमा का विसर्जन 

गणेश महोत्सव की धूम जारी है। महोत्सव के नौंवे दिन कई क्षेत्रों में प्रतिमाएं विसर्जित की गई। विसर्जन में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु हाथ में गुलाल लिए एक दूसरे को लगाते रहे। बप्पा को विदाई देते हुए कई श्रद्धालुओं की आंखें भर आई। गोकर्ण स्थित तालाब में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और गणपति जी को विसर्जित किया। साथ ही विसर्जन के दौरान ढोल नगाड़े पर भक्त झूमते भी नजर आए। कल अंतिम दिन गणेश महोत्सव की समाप्ति हो जाएगी।

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