झारखंड सरकार के कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने रविवार को बुंडु स्थित आदिवासी कॉलेज छात्रावास का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्रावास की मूलभूत सुविधाओं, प्रबंधन व्यवस्था और विद्यार्थियों की स्थिति का गहराई से आकलन किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री लिंडा ने छात्र-छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याओं, जरूरतों और सुझावों को गंभीरता से सुना। छात्रों ने भोजन, पढ़ाई, स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी कई अहम बातें रखीं, जिन पर मंत्री ने त्वरित समाधान का आश्वासन दिया
राज्य का भविष्य हैं आप सभी
मंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी इस राज्य का भविष्य हैं। हमारी सरकार आपकी शिक्षा, सुरक्षा और सुविधाओं को प्राथमिकता दे रही है। हमारी कोशिश है कि सभी छात्रावासों में गुणवत्तापूर्ण खानपान, अध्ययन के लिए उपयुक्त वातावरण, पुस्तकालय, स्वच्छता और समुचित देखरेख सुनिश्चित हो।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार जल्द ही सभी आदिवासी छात्रावासों में रसोइया, पुस्तकालयाध्यक्ष, वार्डन और सफाईकर्मियों की स्थायी नियुक्ति सुनिश्चित करेगी। इसके साथ ही बच्चों को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से विशेष बैठक कर योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
भवन निर्माण में अनियमितता पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान लिंडा ने छात्रावास के नए भवन निर्माण कार्य में पाई गई अनियमितताओं पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संघर्ष की कहानी सुनाई, छात्रों को किया प्रेरित
मंत्री लिंडा ने अपने संघर्षों की कहानी साझा करते हुए छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मैं भी आप लोगों की तरह एक साधारण आदिवासी परिवार से आता हूं। जो कुछ भी आज हासिल किया है, वह माता-पिता के त्याग और अपनी मेहनत का नतीजा है। सरकार अवसर उपलब्ध करा रही है, अब बारी आपकी है कि आप अपने परिश्रम से खुद का और समाज का भविष्य संवारें। इस मौके पर तमाड़ विधायक विकास मुंडा, विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, प्रबंधन समिति के सदस्य एवं अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।