देहरादून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवभूमि उत्तराखण्ड से विशेष लगाव रहा है। प्रधानमंत्री के “मन की बात” कार्यक्रम में उत्तराखण्ड चर्चा में रहा है। शारदीय नवरात्रि के शुभारंभ पर आगामी 03 अक्टूबर को “मन की बात” कार्यक्रम दस वर्ष पूर्ण कर लेगा। इन दस वर्षों में प्रधानमंत्री ने कई बार उत्तराखण्ड का जिक्र किया है। प्रधानमंत्री द्वारा “मन की बात” कार्यक्रम में सीमांत गांव झाला का जिक्र किया। साथ ही प्रधानमंत्री जी ने पूर्व में हुए मन की बात कार्यक्रम में रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली ब्लॉक की ग्राम पंचायत लुठियाग में महिलाओं, कोरोना काल में बेहतर काम करने वाली बागेश्वर की एएनएम पूनम नौटियाल व गुप्तकाशी के सुरेंद्र प्रसाद बगवाड़ी द्वारा किए जा रहे कार्यों का जिक्र भी किया था।
प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में धारचूला के रं समाज का जिक्र किया था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री जी मे रुद्रप्रयाग के मनोज बैंजवाल , बागेश्वर के रीमा गांव के निवासी पूरण सिंह, देहरादून के दीपनगर निवासी छात्रा गायत्री , राजकीय इंटर कालेज कोटद्वार में गणित शिक्षक संतोष नेगी, पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लाक के उफ्रेखाल निवासी रिटायर्ड शिक्षक सचिदानंद भारती व गुप्तकाशी के देवरगांव की चंपा देवी द्वारा किए जा रहे प्रेरणादायक कार्यों की सराहना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखण्ड में महिलाओं, युवाओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अपने कार्यों से पूरे देश और समाज के सामने आदर्श मिसाल पेश की है। कई कार्यों को प्रेरणाजनक बताते हुए उत्तराखण्ड ने पूरे देश का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड उनके दिल में बसता है। यह उनके देवभूमि से असीम लगाव को ही प्रदर्शित करता है कि प्रधानमंत्री ने “मन की बात” कार्यक्रम में देवतुल्य जनता, प्राकृतिक संपदा, रीति-नीति और लोक परंपराओं का अक्सर जिक्र किया है। इस कार्यक्रम ने छोटे से छोटे स्तर पर काम करने वालों को भी देश-दुनिया मे पहचान दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि के शुभारंभ पर आगामी 03 अक्टूबर को “मन की बात” कार्यक्रम के 10 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इन दस वर्षों में इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री ने सामाजिक संगठनों और लोगों द्वारा जनहित में किए गए अनेक कार्यों का जिक्र कर लोगों को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए हम सबको अपना योगदान देना है।