हरिद्वार। राष्ट्रीय महाकाल सेना के अध्यक्ष महंत स्वामी आलोक गिरी महाराज ने कहा कि हमारे सत्य सनातन वैदिक धर्म में चातुर्मास को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, इसका अर्थ है चार महीने की एक पवित्र अवधि। इस दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। इस समय परम् पिता परमात्मा का गुणगान और ध्यान करने से जीवन में नई उर्जा का संचार होता है, इसमें ज्यादा से ज्यादा धार्मिक कार्य और दान-पुण्य करना चाहिए।
गौरतलब है कि महंत आलोक गिरी महाराज मंगलवार को श्री बालाजी धाम सिद्धबलि हनुमान नर्मदेश्वर महादेव मंदिर जगजीतपुर से गुजरात के लिए रवाना हो गए। गुजरात में वें भव्य सनातनी चतुर्मास शोभायात्रा में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय महाकाल सेना के संस्थापक 1008 दिगम्बर खुशाल भारती के संदेश पर कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय महाकाल सर्व समाज सेवा समिति की ओर से आयोजित भव्य सनातनी चातुर्मास 21 जुलाई 2024 से लेकर 15 नवम्बर 2024 तक चलेगा। कार्यक्रम में देशभर के संत महंतों का जमावड़ा लगेगा। गुजरात की पावन धरा पर श्री श्री 1008 राज राजेश्वरी मां ईस्मानी माता की असीम अनुकम्पा एवं श्री श्री 1008 गुरु कार्तिकेय स्वामी पुण्य कृपा से परम् पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 दिगम्बर खुशाल भारती महाराज का भव्य चार्तुमास होने जा रहा है। बताया गया कि चातुर्मास मंगल प्रवेश दिनांक अषाढ़ शुक्ल, चतुर्दशी तिथि, दिन शनिवार, 20 जुलाई 2024 को श्री ईस्मानी माता जी मन्दिर, भाकर नानी दांतीवाड़ा (डीसा) बनास काथा, गुजरात में होगा।