आजसू पार्टी ने रविवार को अपना स्थापना दिवस ‘बलिदान दिवस’ के रूप में मनाया। इस अवसर पर केंद्रीय स्तर पर मुख्य समारोह खेलगांव स्थित हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया, जिसमें झारखंड के सभी 24 जिलों और 264 प्रखंडों से कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस आयोजन की व्यापक तैयारी पहले से ही की गई थी। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर और पुरुलिया तथा ओडिशा के रायरंगपुर, बारीपाड़ा जैसे इलाकों से भी कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे।
सुदेश महतो ने केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि अब आरक्षण भी जाति के आधार पर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के निर्माण में बंगाल और ओडिशा के लोगों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह राज्य झारखंड आंदोलन की लंबी लड़ाई का परिणाम है। उन्होंने कहा कि आजसू ने राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष किया और उस संघर्ष को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सम्मान देते हुए झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाया।
महतो ने कहा कि आजसू अब नए तेवर और नये संकल्प के साथ आगे बढ़ेगी। राज्य के नवनिर्माण के लिए यह पार्टी प्रतिबद्ध है और इसी लक्ष्य के साथ कार्यकर्ताओं को मैदान में उतरना होगा। कार्यक्रम में गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक निर्मल महतो, लंबोदर महतो, डॉ. देवशरण भगत, राजेंद्र मेहता, श्रीमती निर्मला भगत समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।