राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल सकता है। लगों की परेशानी बढ़ सकती है क्योंकि मौसम विभाग ने बारिश की भविष्यवाणी कर दी है। ठंड एक बार फिर से बढ़ जाएगी।
14 और 15 जनवरी को उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के कुछेक स्थानों पर वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है। जिसके बाद एक बार फिर राज्य के न्यूनतम तापमान में गिरावट होने के संकेत मिल रहे हैं।
इसे लेकर मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने बाकायदा बुलेटिन जारी करते हुए बताया है कि राजधानी रांची समेत राज्य में अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है जबकि राज्य के उत्तर पश्चिमी हिस्सों में 14 और 15 जनवरी को कुछेक जगहों पर वर्षा होने की संभावना है।
इस कारण उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के जिलों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। यही नहीं राज्य में कहीं कहीं हल्के व मध्यम दर्जे का कोहरा या धुंध छाया रहेगा और इसके बाद आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है।
रांची में भी दिनभर आंशिक बादल छाए रहे और सर्दी का असर देखने को मिला। केंद्र के वरीय विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया मौसम में लगातार उतार चढ़ाव हो रहा है।रांची समेत पूरे राज्य में कोहरा छाए रहने की स्थिति पर उन्होंने कहा कि कुछ दूर की जगह नहीं दिखती है, ऐसे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, तेज गति से वाहन न चलाएं। बचाव और दूसरों को सतर्क करने के लिए इंडिकेटर का हमेशा प्रयोग करें।पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में मौसम शुष्क बना रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस डाल्टेनगंज का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस नामकुम का रिकार्ड किया गया। वहीं राजधानी रांची का अधिकतम 24.5 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 12.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
ठंड में अस्पताल में 40 फीसदी मरीज बढ़े
- बढ़ती कनकनी के बाद रिम्स और सदर अस्पताल में सोमवार को मरीजों की सर्वाधिक भीड़ रही।
- सामान्य दिनों की तुलना में करीब 40 प्रतिशत तक मरीजों की संख्या बढ़ी है।
- सोमवार को रिम्स के ओपीडी में 282 मरीज पहुंचे जिसमें 282 सर्दी-जुकाम व मौसमी समस्या से ग्रसित थे।
- रिम्स और सदर अस्पताल के इमरजेंसी में आम दिनों की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक मरीज पहुंचे।
- डाक्टर बताते हैं कि ठंड के मौसम में बच्चों को कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।
- सर्दी-खांसी, बुखार व निमोनिया के साथ-साथ ब्रेन हेम्रेज व बीपी से संबंधित बीमारी शामिल हैं।
- ठंड के अलावा प्रदूषण की वजह से भी बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।