देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, जिला प्रशासन उत्तरकाशी द्वारा यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिर समितियों व तीर्थ पुरोहितों के साथ ही होटल एशोसिएशन, टूर एंड ट्रैवल व्यवसायियों और यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न संगठनों व जन सामान्य ने शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त प्रयास करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। राज्य सरकार की इस दिशा में की जा रही व्यापक पहल की सभी ने प्रशंसा की है।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में आयोजित एक बैठक में तय किया गया कि शीतकालीन यात्रा के प्रचार-प्रसार एवं प्रोत्साहन के लिए मंदिर समितियां, तीर्थ पुरोहित, होटल एसोसिएशन और अन्य संगठन अग्रणी भूमिका निभाने के साथ ही राज्य सरकार के प्रयासों को पूरा सहयोग व समर्थन प्रदान करेंगे। इसके लिए शीतकालीन गद्दी स्थल खरसाली एवं मुखवा में शीतकाल के दौरान विशेष धार्मिक आयोजन करने तथा युमना एवं गंगा जी की आरती का लाइव प्रसारण करने पर सहमति व्यक्त करने के साथ ही देश के प्रमुख शहरों के टूर ऑपरेटरों का सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी, उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने चारधाम यात्रा संचालन को लेकर शासन-प्रशासन की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी जिले में दो धाम गंगोत्री व यमुनोत्री अवस्थित होने के कारण यात्रा की दृष्टि से इस क्षेत्र का विशेष महत्व है। राज्य सरकार ने इस बार से शीतकालीन यात्रा संचालित करने की महत्वपूर्ण पहल की है। इससे यात्रा व्यवस्था से जुड़े लोगों को वर्ष भर रोजगार के अवसर मिलेंगे और इससे हमारी आर्थिकी को भी संबल मिलेगा।
जिलाधिकारी ने इस प्रयास को फलीभूत करने के लिए तीर्थ पुरोहितों एवं मंदिर समितियों को आगे रहकर प्रयास करने का आग्रह करते हुए अन्य सभी हितबद्ध संगठनों व लोगों से भी सक्रिय सहयोग करने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा कि शीतकालीन यात्रा के संचालन के दौरान यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा एवं सुगमता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। गंगा जी के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा के साथ ही हर्षिल-धराली क्षेत्र और यमुना जी के शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली के साथ ही जानकी चट्टी-रानाचट्टी क्षेत्र में शीतकालीन यात्रा को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।