उत्तराखंड के हवाई संपर्क और पर्यटन को और मजबूत बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से मुलाकात की। इस मुलाकात में राज्य के विमानन क्षेत्र के विकास, एयरपोर्ट सुविधाओं को बेहतर बनाने और चारधाम यात्रा को सुविधाजनक बनाने से जुड़ी कई अहम विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
राज्य को मिले सहयोग पर जताया आभार
सीएम धामी ने बैठक की शुरुआत में उत्तराखंड को विमानन क्षेत्र में अब तक मिले सहयोग के लिए केंद्रीय मंत्री का प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त किया। उन्होंने खासतौर पर एयरपोर्ट पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए “हाउस ऑफ हिमालयाज” कियोस्क की स्थापना की सराहना की। धामी ने कहा – “इस पहल से उत्तराखंड के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है, जिससे स्थानीय कारीगरों और किसानों को भी लाभ हो रहा है।”
चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाओं पर चर्चा
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि मानसून समाप्त होने के बाद चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाएं फिर से शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि ये सेवाएं खासतौर पर वृद्ध, दिव्यांग और विकलांग श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित होंगी। हाल ही में 1 सितंबर को हुई उच्चस्तरीय बैठक में हेली सेवा संचालन को लेकर कई सुझाव मिले थे, जिन पर अमल किया जा रहा है। सीएम ने स्पष्ट किया कि – “हेली सेवाओं के संचालन से यात्रा और अधिक सहज होगी और सड़क मार्गों पर यात्रियों का दबाव भी कम होगा।”
गौचर और चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टियों का विकास
सीएम धामी ने कहा कि राज्य का 70% से अधिक क्षेत्र वनाच्छादित है, ऐसे में पहाड़ी जिलों में हवाई संपर्क बेहद जरूरी है। उन्होंने गौचर (चमोली) और चिन्यालीसौड़ (उत्तरकाशी) हवाई पट्टियों को छोटे विमान संचालन के लिए विकसित करने और इन्हें दिल्ली, देहरादून व हिंडन से जोड़ने का अनुरोध किया। यह न केवल पर्यटन बल्कि आपदा प्रबंधन और नागरिक सुविधाओं के लिहाज से भी अहम होगा।
जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट पर योजनाएं
सीएम धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर रात में हवाई सेवा शुरू करने का अनुरोध किया ताकि अधिक यात्रियों को उड़ान की सुविधा मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार पर भी चर्चा की। धामी ने बताया कि राज्य सरकार अधिकांश कार्य पूरे कर चुकी है और अब भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को जल्द काम शुरू करना चाहिए।
दिल्ली–पिथौरागढ़ हवाई सेवा की मांग
सीएम ने क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCS) के तहत दिल्ली से पिथौरागढ़ के लिए नियमित हवाई सेवा शुरू करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि यह सेवा न केवल पर्यटन के लिए बल्कि सामरिक और मानवीय दृष्टिकोण से भी लाभकारी सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि उन्होंने हाल ही में चिन्यालीसौड़ और गौचर हवाई पट्टियों का निरीक्षण भी किया है और इनके संचालन को जल्द शुरू करने की दिशा में कदम उठाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री धामी की इस बैठक का मकसद साफ था – उत्तराखंड को हवाई संपर्क के नए नक्शे पर लाना। हेली सेवाओं से लेकर नई हवाई पट्टियों और रात्रीकालीन उड़ानों तक, ये सभी पहलें सीधे तौर पर आम लोगों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को राहत देने वाली साबित होंगी। इन योजनाओं के लागू होने से न केवल उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को नई गति मिलेगी, बल्कि आपदा प्रबंधन में भी राज्य को मजबूती मिलेगी।