देहरादून : हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर के कपाट को शीतकाल के लिए बंद हो गए। बर्फबारी के बीच 12 बजे अंतिम अरदास पढ़ गई। इसके बाद दरबार साहिब से पंच प्यारों की अगुवाई में गुरुग्रंथ साहिब को सचखंड में सोवित किया गया। दोपहर एक बजे कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। पुणे के सुरिंदरपाल सिंह और उनके जत्थे ने दरबार साहिब में वर्ष का अंतिम कीर्तन किया। गढ़वाल स्काउट और पंजाब के बैंड भी मौजूद रहे।
गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि कपाट बंद होने के दौरान 2,500 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे। कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ा है। इस साल दो लाख 37 हजार श्रद्धालु पहुंचे।