झारखंड की सतारूढ़ दल झामुमो में बड़ा सांगठनिक बदलाव देखने को मिला है। दरअसल, झामुमो के द्वारा आयोजित की गई दो दिवसीय महाधिवेशन में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी का केंद्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। झामुमो राज्य की प्रमुख पार्टी है। ऐसे में हेमंत सोरेन को दी गई जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री सह झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष हेमंत सोरेन पहली बार रांची स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे। मौके पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पाण्डे, पार्टी महासचिव साह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य मौजूद रहे।
झामुमो के 13वें महाधिवेशन के दौरान हेमंत सोरेन को केंद्रीय अध्यक्ष बनाया गया। बता दें, लगभग 38 वर्षों के लंबे अंतराल तक झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन रहे, अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पार्टी की कमान संभालेंगे। महाधिवेशन में कई बड़े फैसले लिए गए हैं, उनमें से एक हैं झामुमो को राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर स्थापित करना। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने बयान में संकेत दे दिए झारखंड मुक्ति मोर्चा अब राज्य से बाहर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। उन्होंने कहा, झारखंड के बाहर से आए झामुमो के कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करने के लिए जुट जाए। आगामी बिहार चुनाव में भी झामुमो ने विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
केंद्रीय अध्यक्ष बनने के बाद एक नए युग की शुरुआत
हेमंत सोरेन झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष बने यह एक नए युग की शुरुआत है। युवाओं से जुड़ाव और आदिवासी समाज से लगाव हेमंत सोरेन को झारखंड का सबसे चर्चित नेता बना दिया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि झामुमो हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड सहित देश की राजनीति में कितनी अहम भूमिका निभाएगा।