श्री मणिमहेश यात्रा 2025 के दौरान श्रद्धालुओं से यात्रा अवधि में 20 रुपए और गैर यात्रा अवधि में 100 रुपए प्रति श्रद्धालु पंजीकरण शुल्क वसूला जाएगा। एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि श्री मणिमहेश यात्रा 2025 के दौरान सभी लंगर समितियों से सैनिटेशन शुल्क चैक के माध्यम से लिया जाएगा और सभी संस्थाओं को अपनी ऑडिट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से जमा करवानी होगी। प्रत्येक लंगर समिति की पहचान के लिए पांच पहचान पत्र वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही लंगर समितियों लंगरों में शौचालय की व्यवस्था अनिवार्य होगी।
उन्होंने कहा कि संस्थाएं व दुकानदार साफ-सफाई के मानकों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें ब्लैकलिस्ट भी किया जाएगा। मंगलवार को श्री मणिमहेश यात्रा 2025 से संबंधित लंगर समितियों के अध्यक्षों के संग आयोजित बैठक में बोल रहे थे। एडीएम कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी के दिशा-निर्देशानुसार नान-बॉयोडिग्रेडेबल पैकेजिंग में खाद्य सामग्री पर और सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। 15 से 30 जुलाई तक हड़सर से डल झील तक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा
चिन्हित स्थानों पर ही लंगर
एडीएम कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय राजमार्ग-154-ए पर ददमा से पद्गी तक किसी भी प्रकार के लंगर लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दुकानें एवं लंगर केवल चिन्हित स्थानों पर ही लगाए जा सकेंगे। बिना अनुमति कोई भी व्यावसायिक गतिविधि प्रतिबंधित रहेगी। उन्होंने कहा कि इस बार होली-कलाह मार्ग पर पहली बार लंगर लगाने वाली संस्थाओं से कोई सेनिटेशन फीस
नहीं ली जाएगी।
31 अगस्त तक यात्रा
इस बार श्री मणिमहेश यात्रा 16 अगस्त से 31 अगस्त, 2025 तक चलेगी। बैठक में वनमंडल अधिकारी भरमौर नवनाथ माने, खंड विकास अधिकारी रमनवीर चौहान, सहायक अभियंता जल शक्ति विभाग विवेक चंदेल, गैर सरकारी सदस्य महेंद्र कुमार, अमित शर्मा, सुमन कुमार, रणजीत शर्मा, भजन ठाकुर, पुरुषोत्तम शर्मा, रितेश गुप्ता, विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित 45 लंगर समितियों के अध्यक्षों ने हिस्सा लिया।