राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय दौरे पर झारखंड में हैं। बीते दिन झारखंड के राज्यपाल ने रांची पहुंचने पर उनका स्वागत किया था। इसके तहत उन्होंने बीआईटी‑मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने कहा कि बीआईटी मेसरा ने 70 साल पूरे कर लिए हैं और इसकी समृद्ध विरासत पर गर्व है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार उच्च शिक्षा में एआई को एकीकृत करने के लिए कदम उठा रही है और बीआईटी मेसरा संबंधित पाठ्यक्रम शुरू करके इस दिशा में आगे है।
उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत’ के निर्माण में युवाओं का उत्साह और प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण होगा। हमारी बेटियां विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, गणित में पीछे नहीं हैं। नवोन्मेषकों और उद्यमियों को पारंपरिक समुदायों के ज्ञान के आधार को अनदेखा नहीं करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने बीआईटी मेसरा के प्लेटिनम उत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि एआई और मशीन लर्निंग में प्रगति से भविष्य में बड़े बदलाव होंगे। उच्च शिक्षा में AI को एकीकृत करने के कदम से हाशिए पर पड़े समुदायों को भी इसका लाभ मिल सकेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि नवोन्मेषकों को पारंपरिक ज्ञान के महत्व को ध्यान में रखना चाहिए, क्योंकि अक्सर बड़ी तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती। इस दौरान उन्होंने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष और उद्यमिता को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इसके अलावा, झारखंड राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी क्योंकि राष्ट्रपति दो दिवसीय दौरे पर आई थीं और उन्होंने राजभवन में रात्रि विश्राम किया था।