देहरादून : उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के प्रबन्ध निदेशक ने शीतकाल में विद्युत आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने हेतु सभी क्षेत्रीय इकाईयों को हाई अलर्ट मोड में कार्य करने के निर्देश दिए। निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना ही हमारी प्राथमिकता है।
प्रबन्ध निदेशक ने सभी वितरण परिवर्तकों की दक्षता बढ़ाने व उनकी क्षति दर 4% से कम रखने के निर्देश दिए हैं। यह कदम विद्युत हानियों को रोकने और आपूर्ति को अधिक प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है। राजस्व वसूली को लेकर प्रबन्ध निदेशक ने शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उपखंड स्तर पर मेगा कैंप और शिविरों का आयोजन एवं उसका प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने की बात कही है। बकाया धनराशि वाले संयोजनों पर कार्रवाई तेज होगी।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे बकाया की वसूली हेतु नोटिस जारी करें और जरूरत पड़ने पर अधिक बकाया वाले संयोजन को विच्छेदित करें। उपभोक्ताओं को बिल भुगतान के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं ताकि संयोजन विच्छेदन जैसी कार्रवाई से बचा जा सके। फोन के माध्यम से उपभोक्ताओं को जागरूक करने पर भी जोर दें।
दूर-दराज व पर्वतीय क्षेत्रों में शत-प्रतिशत मीटर रीडिंग सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। यह कदम बिलिंग दक्षता में सुधार लाने और उपभोक्ता संतुष्टि बढ़ाने के लिए अहम है। सभी मुख्य अभियंताओं को सप्ताह में कम से कम दो बार अधीनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक कर परिचालन की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।