झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में माओवादी साजिश से जुड़े मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को नौ ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) से जुड़े संदिग्धों और ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (OGW) के ठिकानों पर की गई। छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।
एनआईए के अनुसार, यह मामला मार्च 2024 में चाईबासा पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था और जुलाई में इसे एनआईए को ट्रांसफर किया गया। जांच के दौरान, राजेश देवगम नामक आरोपी के खुलासे पर जंगल में छिपाए गए विस्फोटक और सामान की बरामदगी हुई। इनमें जिलेटिन की छड़ें, रेडियो सेट, वॉकी-टॉकी, नकदी, माओवादी साहित्य और उपकरणों से भरे प्लास्टिक के ड्रम शामिल हैं।
जांच में पता चला है कि कुछ OGW माओवादी कैडर को रसद और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे थे। इससे पहले एनआईए ने बोकारो जिले के बच्चा सिंह को गिरफ्तार किया था, जो संगठन की विचारधारा के प्रचार और फंडिंग में सक्रिय था।
पीएफआई केस में गिरफ्तारी:
बिहार के फुलवारीशरीफ आतंकी साजिश से जुड़े मामले में एनआईए ने दुबई से लौट रहे मोहम्मद सज्जाद आलम को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। वह पीएफआई का प्रशिक्षित सदस्य था और उसके खिलाफ पटना की विशेष एनआईए अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी था।
मानव तस्करी केस में छापेमारी:
एनआईए ने दक्षिण दिल्ली के जामिया नगर स्थित मानव तस्करी के आरोपी के घर छापा मारा। छानबीन में डिजिटल डिवाइस, बैंकिंग दस्तावेज, डेबिट कार्ड, पासबुक और चेकबुक जब्त की गईं। यह मामला लाओस में साइबर गुलामी नेटवर्क और मानव तस्करी से जुड़ा है।