उत्तराखंड में मौजूदा मौसम ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। रुद्रप्रयाग और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ धाम की यात्रा को 1 सितंबर से 3 सितंबर तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है।
यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा गया
जिलाधिकारी (DM) प्रतीक जैन ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय केवल यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता सभी यात्रियों की सुरक्षा है। फिलहाल यात्रा स्थगित करना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है।” अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने भी सभी विभागों को सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन की दृष्टि से पूरी तैयारी बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण पहाड़ी मार्गों में भूस्खलन और जलभराव की संभावना बनी हुई है, जिससे यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है।
यात्रियों के लिए प्रशासन की विशेष अपील
जिलाधिकारी ने आने वाले यात्रियों से अपील की है कि वे फिलहाल अपनी यात्रा स्थगित करें और अपने घरों में सुरक्षित रहें। जो यात्री पहले से यात्रा पर हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहरने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने अपने सभी संसाधन तैयार रखे हैं। राहत और बचाव दल हर समय तैनात हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान की जा सके।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्य के पांच जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार 1 से 3 सितंबर तक रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी और बागेश्वर जिले में अत्यधिक बारिश और भूस्खलन की आशंका है। यात्रियों और स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। राज्य प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यात्रा स्थगित होने के बावजूद, सभी लोग अपने घरों और सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी जोखिम भरे इलाके में प्रवेश न करें। उत्तराखंड सरकार और प्रशासन का यह कदम यह दर्शाता है कि मौसम की अप्रत्याशित परिस्थितियों में जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।