उत्तराखंड में करोड़ों रुपये के LUCC घोटाले (LUCC Scam) से ठगे गए निवेशकों का गुस्सा एक बार फिर फूट पड़ा। रविवार को बड़ी संख्या में पीड़ित निवेशक मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर गए और सरकार से अपनी मेहनत की कमाई वापस दिलाने की गुहार लगाई। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वर्षों से न्याय की उम्मीद में दर-दर भटकने के बावजूद उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है।
निवेशकों ने जताई नाराजगी
LUCC कंपनी ने लोगों को दोगुना रिटर्न देने का लालच दिया था और हजारों लोगों से करोड़ों रुपये जमा करा लिए। लेकिन अचानक ऑफिस बंद कर कंपनी के संचालक फरार हो गए। मामले की जांच वर्तमान में CBI कर रही है और अब तक कई आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। वहीं, मुख्य आरोपी समीर अग्रवाल पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है, लेकिन पीड़ितों का कहना है कि उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई अब भी वापस नहीं मिली।

पीड़ितों का दर्द: तनाव में गई कई जानें
प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि इस घोटाले के चलते कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं। मानसिक तनाव और अवसाद के चलते अब तक कई निवेशकों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। पीड़ितों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी जमा पूंजी जल्द वापस नहीं की गई तो वे भूख हड़ताल शुरू करने को मजबूर होंगे।
SIT से CBI जांच तक
बता दें कि अप्रैल माह में भी कई महिलाएं और पीड़ित मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे थे और SIT जांच की मांग की थी। फिलहाल मामले की जांच CBI कर रही है। लेकिन पीड़ितों का कहना है कि जांच की रफ्तार धीमी है और जब तक दोषियों की पूरी संपत्ति जब्त कर निवेशकों का पैसा वापस नहीं कराया जाता, तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे।
पीड़ितों की मांग
- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
- जब्त की गई संपत्ति से निवेशकों को उनका पैसा लौटाया जाए।
- सरकार पीड़ित परिवारों को मानसिक और सामाजिक सहयोग दे।
LUCC पीड़ितों ने कहा कि यह केवल आर्थिक घोटाला नहीं है, बल्कि एक सामाजिक और मानवीय त्रासदी है, जिसमें हजारों परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं।
