शीतकाल के लिए बंद हुए केदारनाथ धाम के कपाट, हजारों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम के कपाट आज भाई दूज के पर्व पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। तड़के 4 बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।  भगवान आशुतोष के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप दिया गया। इसके उपरांत विधि-विधान से मंदिर के कपाट सुबह 8.30 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।

चल उत्सव विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना

कपाट बंद होने के बाद सेना की बैंड धुनों के साथ बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान कर दिया है। बाबा केदार की डोली पहले रात्रि प्रवास पर रामपुर पहुंचेगी।

सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा सरकार की प्राथमिकता : धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। सरकार केदारनाथ धाम को दिव्य एवं भव्य बनाने के लिए समर्पित है। श्रद्धालुओं की सुविधाजनक यात्रा और क्षेत्र की आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर कार्य करते रहेंगे। राज्य में जिस तेजी के साथ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए हमने यात्रा व्यवस्थाओं को और विस्तार देने के लिए काम शुरू कर दिया है। इस बार केदारघाटी आपदा के चलते व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं, लेकिन सरकार ने इस कठिन चुनौती का भी दृढ़तापूर्वक सामना कर केदार यात्रा को बहाल किया।

तीर्थ पुरोहितों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित समाज और स्थानीय व्यापारियों ने सफल व सुगम यात्रा संचालन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया है। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के दिशानिर्देश व विशेष प्रयासों से इस वर्ष यात्रा बेहद सफलतापूर्वक संचालित हुई है। चारधाम यात्रा को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए धामी सरकार के प्रयास बेहद सराहनीय हैं। मानसून सीजन में भारी अतिवृष्टि के चलते केदारनाथ धाम के पैदल एवं सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए थे। जिसके चलते यात्रा प्रभावित रही। सीएम ने स्वयं यात्रा मार्ग का जायजा लेकर विशेष टीम की तैनाती कर रिकॉर्ड समय में यात्रा को दोबारा शुरू कराया। तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला ने सफल यात्रा संचालन पर राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन आभार जताया। यात्रा के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री ने व्यापारियों को निशुल्क हेली सेवाओं से केदारनाथ धाम पहुंचाया और आपदा से प्रभावित परिवारों को 10 करोड़ से अधिक का मुआवजा वितरित किया।

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