गुप्तकाशी : शिव-पार्वती की विवाह स्थली त्रियुगीनारायण में इस यात्राकाल में अभी तक 2.50 लाख श्रद्धालु अखंड ज्योति के दर्शन कर चुके हैं। यहां प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे दिनभर मंदिर भगवान शिव-पार्वती के जयकारों से गूंज रहा है। यात्रा बढ़ने से रोजगार को गति मिल रही है, जिससे कारोबारियों के चेहरे खिले हुए हैं।
दिल्ली से पहुंचे रमेश तनेजा, महाराष्ट्र के नवीन कौशिक, हरियाणा के नीरज पाठक आदि का कहना है कि वह यहां आकर धन्य हो गए हैं। तीन युगों से अनवरत जल रही अखंड ज्योति के दर्शन कर वर्षों की मुराद पूरी हो गई है। यहां पहुंच रहे यात्रियों से मंदिर सहित आसपास के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी लाभ मिल रहा है।