हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई भीषण प्राकृतिक आपदा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर, सांसद सुरेश कश्यप, डॉ. राजीव भारद्वाज, कंगना रणौत, राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी, डॉ. सिकंदर कुमार, हर्ष महाजन, विधायक विनोद कुमार, हंसराज और दीपराज शामिल थे।
जेपी नड्डा से शुरू हुई वार्ताएं
प्रतिनिधिमंडल ने सबसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य, उर्वरक एवं रसायन मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात कर आपदा की गंभीर स्थिति से अवगत कराया। उल्लेखनीय है कि जेपी नड्डा स्वयं 9 जुलाई को मंडी जिले का दौरा कर चुके हैं और उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया था।
नितिन गडकरी से राष्ट्रीय राजमार्गों को लेकर हुई चर्चा
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की। जयराम ठाकुर ने उन्हें प्रदेश में आपदा के कारण क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति से अवगत कराया। इस पर गडकरी ने सड़क रखरखाव और पुनर्निर्माण हेतु हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
गृह मंत्री अमित शाह से भी की विस्तृत चर्चा
प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की और प्रदेश की त्रासदी की विस्तार से जानकारी दी। जयराम ठाकुर ने उन्हें आपदा प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण में केंद्र से विशेष सहयोग की मांग की, साथ ही गृह मंत्री को हिमाचल दौरे का भी अनुरोध किया।
गौरतलब है कि आपदा के दौरान अमित शाह ने NDRF, ITBP, सेना और वायुसेना की टीमों की तत्काल तैनाती सुनिश्चित की थी। उन्होंने आपदा के महज 20 दिनों के भीतर अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम को प्रदेश भेजकर नुकसान का आकलन करवाया।
आपदा के कारणों पर भी हो रहा अध्ययन
जयराम ठाकुर ने बताया कि भाजपा की ओर से आपदा के कारणों पर शोध की मांग की गई थी, जिस पर केंद्र ने उच्च स्तरीय अध्ययन टीम का गठन भी तत्काल प्रभाव से कर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार भविष्य में भी राहत एवं पुनर्वास कार्यों में हरसंभव मदद करती रहेगी।