मुजफ्फरपुर (बैकटपुर पंचायत) – थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में एकांत स्थान पर संचालित की जा रही नकली सिगरेट फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। बुधवार को मुशहरी थाना पुलिस की टीम ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में नकली विल्स सिगरेट, तंबाकू और निर्माण सामग्री बरामद की। फैक्ट्री पिछले एक वर्ष से अधिक समय से गुप्त रूप से संचालित की जा रही थी।
छापेमारी में तीन लाख रुपये की नकली सिगरेट जब्त
पुलिस ने छापेमारी के दौरान सात कार्टन में भरी करीब तीन लाख रुपये मूल्य की नकली विल्स सिगरेट, 40 किलो तंबाकू, और अन्य निर्माण सामग्रियाँ बरामद की हैं। यह सिगरेट दिखने में इतनी असली जैसी थी कि आम उपभोक्ता अंतर नहीं कर सकता था।
दिल्ली से पहुंचे कंपनी प्रबंधक ने कराई कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, आईटीसी कंपनी की विल्स ब्रांड सिगरेट की बिक्री प्रभावित हो रही थी, जिससे कंपनी को शक हुआ। इस पर दिल्ली से कंपनी के प्रबंधक सुनील कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे और गुप्त रूप से ग्राहक बनकर फैक्ट्री की जानकारी जुटाई। सटीक सूचना के बाद उन्होंने मुशहरी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार गुप्ता से संपर्क कर लिखित शिकायत दी।
‘लोहिता टूबैको कंपनी’ के नाम पर चल रही थी फर्जी फैक्ट्री
पुलिस टीम ने जब माधोपुर स्थित फैक्ट्री पर छापा मारा, तो सामने “लोहिता टूबैको कंपनी” के नाम की तख्ती लगी हुई थी। अंदर बड़ी-बड़ी मशीनों की मदद से सिगरेट का उत्पादन किया जा रहा था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह फैक्ट्री पूरी तरह अवैध थी और किसी वैध लाइसेंस या अनुमति के बिना संचालित हो रही थी।
एफआईआर दर्ज, कॉपीराइट अधिनियम के तहत मामला दर्ज
छापेमारी दल में पुलिस अवर निरीक्षक जय किशोर सिंह, महिला सिपाही सुधा कुमारी और ज्योति कुमारी शामिल थीं। जब्त सामग्री के आधार पर आईटीसी प्रबंधक सुनील कुमार के आवेदन पर कॉपीराइट अधिनियम और संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
स्थानीय लोग भी थे अनजान
स्थानीय निवासियों का कहना है कि फैक्ट्री एकांत क्षेत्र में स्थित होने और कम आवाजाही के चलते लंबे समय से गुप्त रूप से चल रही थी। इस कारण किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी।